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MR. DEPUTY CHAIRMAN: No, please. ...(Interruptions)...

SHRI RAMA CHANDRA KHUNTIA: Sir, China has been repeatedly crossing the border. We too associate with the issue. ...(Interruptions)...

SHRI BALBIR PUNJ: *

MR. DEPUTY CHAIRMAN: Mr. Punj, nothing is going on record. Please, sit down. ...(Interruptions)... Yes, Mr. Khuntia. What Mr. Punj says is not going on record. ...(Interruptions)...

SHRI RAMA CHANDRA KHUNTIA: China is crossing the border repeatedly. ...(Interruptions)... We are also associating ourselves with the issue. The Government should also take up this issue seriously with the Chinese Government.

MR. DEPUTY CHAIRMAN: All right.

SHRI BALBIR PUNJ: We should have a regular discussion on this issue. It is a very serious issue.

MR. DEPUTY CHAIRMAN: All right.

श्री रवि शंकर प्रसाद : सर, हमारा आपसे आग्रह है कि आप इस पर बहस कराइए।..(व्यवधान)..

MR. DEPUTY CHAIRMAN: First of all, I would like to clarify about those who are associating on this subject, or, for example, on the first
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* Not recorded.

subject. There were a number of notices for Zero Hour. The hon. Chairman would select one person and then others would be allowed to associate. Names of those who had given notice would come to me. So, to those who have given notice, I am allowing one minute. That is what has happened. ...(Interruptions)... For those who had not given notice, when they stand up, their names would be entered as associated. That is the procedure. Now, if you want to speak for a moment, you better give a notice, so that at least your name would come here and I could allow one minute to you. ...(Interruptions)... So, understand the procedure.



SHRI Y.S. CHOWDARY: Sir, I had given notice ...(Interruptions)...

MR. DEPUTY CHAIRMAN: Secondly, as for what hon. Punj and others have said, in any case, I think, the Defence Minister would be coming here at 2.00 p.m. At that time, there would be clarifications on the subject if he wants, or, the hon. External Affairs Minister could give time later, if he so wishes. ...(Interruptions)... I have no problem. ...(Interruptions)...

SHRI RAVI SHANKAR PRASAD: It is a serious issue. Anyway, he is right. Let the...(Interruptions)...

MR. DEPUTY CHAIRMAN: Not now. ...(Interruptions)... I am saying, you give notice. ...(Interruptions)... Not now. ...(Interruptions)...

SHRI Y.S. CHOWDARY: Sir, I had given notice for discussion on...(Interruptions)...

MR. DEPUTY CHAIRMAN: You can give notice. The Chairman would consider it when you give notice. I cannot allow discussion now. ...(Interruptions)...

श्री नरेश अग्रवाल : यह बहुत सेंसेटिव मामला है। ...(व्यवधान)..

श्री उपसभापति : नरेश जी, अभी नहीं हो सकता है। मैं क्या करूं? प्रो0 राम गोपाल यादव।

प्रो0 राम गोपाल यादव: उपसभापति महोदय..(व्यवधान)..

MR. DEPUTY CHAIRMAN: This is Zero Hour. I will have to go by the procedure. ...(Interruptions)...

SHRI C.M. RAMESH: Sir, our notice is there. ...(Interruptions)...

SHRI Y.S. CHOWDARY: Sir, it is an important subject that we had given notice on. ...(Interruptions)...

MR. DEPUTY CHAIRMAN: This is a very important subject. ...(Interruptions)...

संसदीय कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री (श्री राजीव शुक्ल) : सर, इस मुद्दे को दो बार उठाया जा चुका है, क्या माननीय सदस्य इसे फिर से उठाएंगे?

प्रो0 राम गोपाल यादव : मैं ज़ीरो ऑवर में दूसरा मामला उठा रहा हूं।

श्री राजीव शुक्ल : मेरे ख्याल से यह रुपए वाला मुद्दा है।

श्री उपसभापति : इसकी परमिशन दी गयी है। It is permitted.

DEVALUATION OF RUPEE

प्रो0 राम गोपाल यादव (उत्तर प्रदेश) : उपसभापति महोदय, डॉलर के मुकाबले रुपए में निरंतर गिरावट आ रही है। जब मैंने इसे उठाया, उस वक्त यह 65 रुपए था और उसके तत्काल बाद प्रकाश जावडेकर साहब ने बताया कि रुपया 22 पैसा और नीचे गिर गया है। इस प्रकार निरंतर यह हालत हो रही है। नतीजा यह है कि देश का जो उद्यमी है, वह देश में पैसा नहीं लगा रहा है, वह बाहर भाग रहा है और कोई फॉरेन इन्वेस्टर यहां आ नहीं रहा है। दूसरी ओर गवर्नमेंट की तरफ से हमारी करेंसी को स्टेबल करने के लिए कोई सार्थक उपाय नहीं किया जा रहा है और न ही उसके बारे में किसी तरह की चर्चा की जा रही है, न प्रयास किए जा रहे हैं, न ही संसद को बताया जा रहा है, जब कि संसद का सत्र चल रहा है। सबसे बड़ी समस्या यह आ रही है कि हमारे स्टूडेंट्स बहुत बड़ी तादाद में अमेरिका और अन्य देशों में पढ़ने के लिए गए हुए हैं, उनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है। महोदय, सुबह प्रधान मंत्री जी यहां बैठे थे, उस वक्त मैंने मांग की थी कि प्रधान मंत्री जी इस बारे में कुछ बताएं कि वे ऐसे क्या उपाय करने जा रहे हैं जिनसे हमारी करेंसी स्टेबल हो जाए। महोदय, 2009 में यह सरकार दोबारा सत्ता में आयी। 2010 में डॉलर और रुपए का एक्सचेंज रेट साढ़े 44 रुपए का था। तीन साल के अंदर रुपए की कीमत गिरकर 65 रुपए से भी नीचे आ गयी है। जो अर्थशास्त्री हैं, वे हिसाब लगा सकते हैं कि हमारा कितना नुकसान हो गया है। हमारे ऊपर जो कर्ज रहा होगा, उसका 33-34 परसेंट एक्स्ट्रा बर्डन हमारे ऊपर अनावश्यक रूप से आ गया है। आज हर चीज़ महंगी हो गयी है। स्थिति ऐसी बनती जा रही है कि अगर हम इसको रोक नहीं सके, हमारी करेंसी को स्टेबल नहीं कर सके तो देश में आर्थिक आपातकाल लगाना पड़ सकता है।
(1यू-जीएस पर जारी)

-SKC/HK-GS/12.45/1u

प्रो. रामगोपाल यादव (क्रमागत): इस स्थिति को देश के लोगों को समझना चाहिए, इस सरकार को समझना चाहिए, लेकिन कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। संसद में मांग की जा रही है। ...(समय की घंटी)... इसके बारे में कोई भी मंत्री उठकर एक शब्द नहीं कह रहा है।

(समाप्त)



श्री बसावाराज पाटिल (कर्णाटक): माननीय उपसभापति जी, जिस तेज़ गति से रुपये का अवमूल्यन हो रहा है। ...(व्यवधान)... इसके कारण देश के अंदर बहुत सी समस्याएं खड़ी हो रही हैं। जो विद्यार्थी विदेशों में पढ़ने के लिए गए हैं, उनको ज्यादा पैसा देना पड़ता है।

श्री उपसभापति : आप बस एसोसिएट करिए। ...(व्यवधान)...

श्री बसावाराज पाटिल: छोटे उद्योगों पर इसका बहुत बुरा प्रभाव पड़ रहा है।...(समय की घंटी)...

श्री उपसभापति: ठीक है, आपने एसोसिएट कर दिया। ...(व्यवधान)...

श्री बसावाराज पाटिल: मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि इसके परिणाम कैसे होने वाले हैं, इससे सरकार देश को अवगत कराए। मैं सरकार से मांग करता हूं कि देश में आर्थिक अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। लोग कह रहे हैं कि एक डालर 70 रुपये तक जायेगा। इस दिशा में सरकार की ओर से एक ठोस स्पष्टीकरण आये।

(समाप्त)



SHRI RAVI SHANKAR PRASAD (BIHAR): Sir, I associate myself with the submission made by the hon. Member. ...(Interruptions)...

SHRI DEREK O'BRIEN (WEST BENGAL): Sir, I also associate myself with the submission made by the hon. Member. ...(Interruptions)...

MR. DEPUTY CHAIRMAN: All the names should be added. ...(Interruptions)...

SHRI Y.S. CHOWDARY (ANDHRA PRADESH): Sir, I also associate myself with the submission made by the hon. Member.

SHRI D. RAJA (TAMIL NADU): Sir, I also associate myself with the submission made by the hon. Member.

SHRI SUKHENDU SEKHAR ROY (WEST BENGAL): Sir, I also associate myself with the submission made by the hon. Member.

SHRI D. BANDYOPADHYAY (WEST BENGAL): Sir, I also associate myself with the submission made by the hon. Member.

DR. NAJMA A. HEPTULLA (MADHYA PRADESH): Sir, I also associate myself with the submission made by the hon. Member.

SHRI K.N. BALAGOPAL (KERALA): Sir, I also associate myself with the submission made by the hon. Member.

श्री आलोक तिवारी (उत्तर प्रदेश): महोदय, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करता हूं।

श्री किरनमय नन्दा (उत्तर प्रदेश): महोदय, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करता हूं।

श्री जगत प्रकाश नड्डा (हिमाचल प्रदेश): महोदय, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करता हूं।

श्रीमती माया सिंह (मध्य प्रदेश): महोदय, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करती हूं।

श्री अरविन्द कुमार सिंह (उत्तर प्रदेश): महोदय, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करता हूं।

चौधरी मुनव्वर सलीम (उत्तर प्रदेश): महोदय, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करता हूं।

شری منوّر سلیم (اترپردیش) : مہودے، میں اس سے اپنے آپ کو سمبدّ کرتا ہوں۔

श्री अवतार सिंह करीमपुरी (उत्तर प्रदेश): महोदय, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करता हूं।

श्री प्रकाश जावडेकर (महाराष्ट्र): महोदय, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करता हूं।

श्री बलबीर पुंज (ओडिशा): महोदय, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करता हूं।

श्री बलविंदर सिंह भुंडर (पंजाब): महोदय, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करता हूं।

श्री शशी भुषण बेहेरा (ओडिशा): महोदय, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करता हूं।

श्री राम कृपाल यादव (बिहार): महोदय, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करता हूं।

(समाप्त)



MISSING FILES OF MINISTRY OF COAL

श्री धर्मेंद्र प्रधान (बिहार): उपसभापति जी, दो दिन पहले कोयला मंत्रालय की जो फाइलें गुम हुईं, उनके बारे में चर्चा हुई। उस दिन माननीय कोयला मंत्री जी ने ...(व्यवधान)...

संसदीय कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री (श्री राजीव शुक्ल): सर, क्वेश्चन ऑवर में यही बात उठाई गई थी, अब फिर वही बात उठाई जा रही है। ...(व्यवधान)...

श्री विनय कटियार : यह बात तो हमेशा उठाई जाती रहेगी। ...(व्यवधान)...

श्री धर्मेंद्र प्रधान : क्या इसके लिए दोबारा आज्ञा लेंगे ? ...(व्यवधान)... आपका प्रतिपक्ष की बात को सुनने का दायित्व है। ...(व्यवधान)...

श्री राजीव शुक्ल : यह बात हो चुकी है। ...(व्यवधान)...

श्री धर्मेंद्र प्रधान : आप कड़वी बात सुनना नहीं चाहते हैं। ...(व्यवधान)...

SHRI BALBIR PUNJ: Sir, does a Minister have a right to interrupt an hon. Member? ...(Interruptions)...

श्री धर्मेंद्र प्रधान : उपसभापति जी, हम आपके माध्यम से सरकार की कुम्भकर्ण निद्रा को तोड़ना चाहते हैं, उनको जगाना चाहते हैं। 1993 से 2004 तक जो फाइलें गुम हो गईं हैं, उनके बारे में उन्होंने उस दिन कहा कि फाइलें गुम नहीं हुईं हैं, फाइलें चोरी नहीं हुई हैं। जब नेता प्रतिपक्ष ने प्रश्न उठाया कि फाइलें नहीं मिल रही हैं, तो आपने पुलिस में एफआईआर क्यों नहीं की। जो लोग फाइलों की चोरी, डिस्ट्रॉयल या मिसिंग के जिम्मेदार हैं, उन्हीं के माध्यम से आपने कमेटी बना दी। क्या जो लोग गुनहगार हैं, वे सच्चाई को सामने ला पायेंगे, यह मौलिक मुद्दा है। प्रधान मंत्री जी ने कहा था कि फेयर एंड फ्री ट्रायल होगा। इसकी सुप्रीम कोर्ट मॉनिटरिंग कर रही है।

उपसभापति जी, आज सीबीआई का बयान छपा है और अभी रवि शंकर प्रसाद जी ने प्रश्न काल स्थगित करने का मोशन देकर उसका उल्लेख भी किया था। यह गंभीर मामला है। सीबीआई के डायरेक्टर निराश होकर कह रहे हैं कि हमें 100 फाइलें 2006 से 2009 की नहीं मिल रही हैं। यह सरकार कब जागेगी। क्या यह सरकार अंतरात्मा से चलने वाली सरकार है? हम आपके माध्यम से पूछना चाहते हैं कि क्या प्रधान मंत्री जी की अंतरात्मा जग रही है, क्या इस देश की गरीब जनता के प्रति उनका कोई उत्तरदायित्व नहीं है, क्या भ्रष्टाचार बंद नहीं होना चाहिए? कोयला विभाग यह कैसे कह सकता है कि फाइलें मिसिंग हो गई हैं?

उपसभापति जी, यह किस प्रकार का जवाब दिया जा रहा है? इसलिए हम आपके माध्यम से मांग करना चाहते हैं कि प्रधान मंत्री जी की अंतरात्मा जगे, वे अपनी जिम्मेदारी लें और वे सदन में आये भी थे। मैं आपको धन्यवाद देना चाहता हूं कि सभापति जी ने पूरे सदन को आश्वस्त किया था कि इस पर एक पूरी चर्चा होगी। मंत्री जी ने कहा है कि जब चर्चा होगी तब प्रधान मंत्री जी चाहें तो जवाब दे सकते हैं। आज मंत्री जी को पीड़ा हो सकती है कि कोई उनके भ्रष्टाचार के बारे में उंगली उठाए। इसलिए प्रजातंत्र का तकाज़ा है कि विरोधियों के प्रश्नों का उत्तर उनको देना ही पड़ेगा, भ्रष्टाचार का जवाब देना ही पड़ेगा। प्रधान मंत्री जी को अपनी चुप्पी तोड़नी ही पड़ेगी, यह हमारी मांग है। धन्यवाद।

(समाप्त)



श्री विनय कटियार (उत्तर प्रदेश): महोदय, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करता हूं।

SHRI RAVI SHANKAR PRASAD (BIHAR): Sir, I associate myself with the submission made by the hon. Member.

DR. NAJMA A. HEPTULLA (MADHYA PRADESH): Sir, I also associate myself with the submission made by the hon. Member.

THE LEADER OF THE OPPOSITION (SHRI ARUN JAITLEY): Sir, the Lok Sabha has been adjourned for the day. Therefore, I presume that the Prime Minister and others would be available for this House. So, why can't we start a discussion? I don't understand any reason why there should be a delay in starting the discussion on this issue. ...(Interruptions)...

SHRI C. M. RAMESH: Sir, I have given notice. ...(Interruptions)...

MR. DEPUTY CHAIRMAN: We have a Calling Attention. ...(Interruptions)...

SHRI ARUN JAITLEY: So, some time has to be indicated. ...(Interruptions)...

MR. DEPUTY CHAIRMAN: Let me complete this. ...(Interruptions)...

(Followed by 1v/KSK)

hk/gs -- KSK/ASC/12.50/1W

MR. DEPUTY CHAIRMAN (CONTD.) : I have called Mr. Gehlot.

BAN ON 84 KOSE PARIKARMA IN UTTAR PRADESH

श्री थावर चन्द गहलोत (मध्य प्रदेश) : सर, मेरा एक निवेदन है, मैंने सूचना दी है कि भारत के संविधान में जो व्यक्ति जिस धर्म का अनुयायी है, उसका अनुपालन करने, धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक स्थानों पर जाने, पूजा-पाठ करने, परिक्रमा करने आदि सब बातों का उसे अधिकार है। यह हमारा मौलिक अधिकार भी है, यह नीति निर्देशक तत्वों में भी है। उत्तर प्रदेश में एक चौरासी कोसी परिक्रमा यात्रा होती है, अयोध्या और उसके आस-पास साधु-संत और अन्य धर्मावलम्बी लोग, उस यात्रा में सम्मिलित होते हैं। इस यात्रा में सम्मिलित होने के लिए देश भर से हजारों लोग आते हैं। ...(व्यवधान).. यह यात्रा सैकड़ों वर्षों से चल रही है, परन्तु वहां की सरकार एक वर्ग विशेष के दबाव के कारण तुष्टिकरण की नीति अपनाने के दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर अपना कर्त्तव्य पालन करने के बजाय, कानून-व्यवस्था बिगड़ने की आशंका व्यक्त करते हुए, हमारे मौलिक अधिकारों का हनन कर रही है और ...(व्यवधान).. सैकड़ों वर्षों से जो परिक्रमा यात्रा निकाली जा रही है, उसको निकालने की अनुमति नहीं दी जा रही है। मैं यह कहना चाहता हूं कि यह यात्रा प्रारम्भ की जानी चाहिए, सरकार को इसका संज्ञान लेना चाहिए और हमारे मौलिक अधिकारों का हनन नहीं होना चाहिए। ...(व्यवधान).. मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि हिन्दुस्तान में हजारों वर्षों से, सैकड़ों वर्षों से जो धार्मिक परिक्रमा यात्रा होती है, अब अगर आप उसको रोकेंगे, तो हम अपनी धार्मिक मर्यादाओं व धार्मिक परंपराओं का पालन कैसे करेंगे? ...(व्यवधान)..

MR. DEPUTY CHAIRMAN: Only what Mr. Gehlot says will go on record.

श्री थावर चन्द गहलोत : यह हमारे मौलिक अधिकारों का हनन है। ...(व्यवधान)... हमारी परम्पराओं को तोड़ने...(व्यवधान)...

MR. DEPUTY CHAIRMAN: Only what Mr. Gehlot says will go on record.

श्री थावर चन्द गहलोत : मैं इस प्रयास की निन्दा करते हुए, केन्द्र सरकार से यह निवेदन करना चाहता हूं कि संवैधानिक प्रावधानों के अन्तर्गत यह हमारा अधिकार है और इस अधिकार का अनुपालन करवाने के लिए केन्द्र सरकार आवश्यक कार्यवाही करे। ...(व्यवधान)... उत्तर प्रदेश की सरकार जो कह रही है, वह ठीक नहीं है और अगर वह कानून-व्यवस्था को सम्भालने की स्थिति में नहीं है, तो उस सरकार को भंग करने की दिशा में भी केन्द्र सरकार विचार करे। ...(व्यवधान).. अगर हिन्दू, हिन्दुस्तान में ही अपनी परम्पराओं का पालन नहीं कर पाएंगे, तो फिर कहां पर उन परम्पराओं का पालन करेंगे? ...(व्यवधान)...

महोदय, मैं आपके माध्यम से सरकार से आग्रह करना चाहता हूं कि सरकार इस यात्रा पर लगाई रोक को समाप्त करवाए तथा इसको फिर से प्रारम्भ करवाए, साथ ही साथ संवैधानिक प्रावधानों व मौलिक अधिकारों का भी अनुपालन करवाए। ...(व्यवधान)... अगर वहां की सरकार सक्षम नहीं है और कानून-व्यवस्था का बहाना बना रही है, ......(समय की घंटी)... तो केन्द्र सरकार उसको भंग करने की कार्यवाही करे।

(समाप्त)



श्रीमती माया सिंह (मध्य प्रदेश) : महोदय, माननीय सदस्य ने जो विषय उठाया है, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करती हूं।

DR. NAJMA A. HEPTULLA (MADHYA PRADESH): Sir, I associate myself with the matter raised by Shri Thaawar Chand Gehlot.

श्री अजय संचेती (महाराष्ट्र) : महोदय, माननीय सदस्य ने जो विषय उठाया है, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करता हूं।

श्री बलबीर पुंज (ओडिशा) : महोदय, माननीय सदस्य ने जो विषय उठाया है, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करता हूं।

श्री प्रकाश जावडेकर (महाराष्ट्र) : महोदय, माननीय सदस्य ने जो विषय उठाया है, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करता हूं।

श्री विनय कटियार (उत्तर प्रदेश) : महोदय, माननीय सदस्य ने जो विषय उठाया है, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करता हूं।

श्री तरुण विजय (उत्तराखंड) : महोदय, माननीय सदस्य ने जो विषय उठाया है, मैं इससे अपने आपको सम्बद्ध करता हूं।

(समाप्त)



श्री विनय कटियार: *

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